Dosti Ki Aazmaish 

दोस्ती की आज़माइश

उसके बाद उन दोनों ने दुबारा चलना शुरू किया । चलते-चलते उन्हें एक नदी मिली दोनों दोस्त उस नदी में स्नान के लिए उतरे । जिस दोस्त ने थप्पड़ खाया था उसका पैर फिसला और वो पानी में डूबने लगा, उसे तैरना नहीं आता था । दूसरे मित्र ने जब उसकी चीख सुनी तो वो उसे बचाने की कोशिश करने लगा और उसे निकाल कर बाहर ले आया ।अब डूबने वाले दोस्त ने पत्थर के ऊपर लिखा– आज मेरे सबसे अच्छे मित्र ने मेरी जान बचायी । वो दोस्त जिसने थप्पड़ मारा और जान बचायी उसने दूसरे से पुछा– जब मैंने तुम्हे थप्पड़ मारा तब तुमने रेत पर लिखा और जब मैंने तुम्हारी जान बचायी तब तुमने पत्थर पर लिखा, ऐसा क्यूँ ? दूसरे दोस्त ने जवाब दिया– रेत पर इसलिए लिखा ताकि वो जल्दी मिट जाये और पत्थर पर इसलिए लिखा ताकि वो कभी ना मिटे ।

मित्रों, जब आपको कोई दुःख पहुँचाता है तब उसका प्रभाव आपके दिलोदिमाग पर रेत पर लिखे शब्दों की तरह होना चाहिए जिसे क्षमा की हवाएं आसानी से मिटा सकें । लेकिन जब कोई आपके हित में कुछ करता है तब उसे पत्थर पर लिखे शब्दों की तरह याद रखें ताकि वो हमेशा अमिट रहे । इसलिए किसी भी व्यक्ति की अच्छाई पर ध्यान दें न कि उसकी बुराई पर ।

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